
पन्ना टाइगर रिजर्व में 28 वर्षीय नर हाथी गणेश की सर्जरी हुई। गणेश के अगले बाएं पैर में फाइब्रोसिस (Fibrosis) हो गया था। फाइब्रोसिस के कारण पिछले 15 दिनों से हाथी के पैर में फुटबॉल के आकार की आकृति बन गई थी। पैर में सूजन आ जाने के कारण गणेश को चलने फिरने में दिक्कत हो रही थी। बुधवार को हाथी के पैर की ढाई घंटे तक सर्जरी की गई। डॉक्टरों ने बताया कि हाथी की सर्जरी सफलतापूर्वक हुई।
हाथी की फाइब्रोसिस की समस्या दूर करने के लिए एसडब्ल्यूएफएच (School Of Wildlife Forensic And Health) जबलपुर की टीम और पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम ने मिलकर इस फुटबॉल नुमा आकृति की सर्जरी की। सर्जरी के दौरान हाथी गणेश को बेहोश किया गया था।
अब पूरी तरह स्वस्थ है हाथी गणेश
फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि हाथी के आगे वाले बांए पैर में फुटबाल के आकार की आकृति निकल आई थी, जिसका इलाज किया जा रहा था, लेकिन चलने-फिरने में परेशानी होने और तकलीफ बढ़ने पर पार्क प्रबंधन ने सर्जरी से गांठ निकालने का निर्णय लिया गया। सफल सर्जरी के बाद हाथी को होश में लाया गया। उसे ड्रिप चढ़ाई गई। हाथी गणेश अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है। इस हाथी की समुचित देख रेख आवश्यक उपचार जारी रहेगा।
2012 में मिला था गणेश हाथी
वर्ष 2012 में वन विभाग की टीम ने हाथी गणेश को पकड़ा था। यह हाथी हाथियों के अपने कुनबे से बिछड़कर यहां पहुंचा था। इस जंगली हाथी को पन्ना टाइगर रिजर्व के महावतों ने यहां पर प्रशिक्षित हाथियों के बीच रखकर उसे ट्रेनिंग दी गई। तभी से गणेश पन्ना टाइगर रिजर्व के हाथियों के कुनबे में शामिल है। फील्ड डायरेक्टर के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 14 हाथी हैं।