बस चालक परिचालक व एजेंटो ने मांगी प्रवासी मजदूरों जैसी सुविधा
मुलताई - मध्य प्रदेश में लाक डाउन लागू होने के बाद से बसों का संचालन बंद है। इस स्थिति में बस चालक,परिचालक और एजेंट बेरोजगार हो गए हैं। और आर्थिक स्थिति बदतर हो गई है। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए बस चालक,परिचालक और एजेंटों ने प्रवासी मजदूरों जैसी सुविधा देने की मांग मुख्यमंत्री से की है। सोमवार को बस संचालक हाजी शमीम खान,विजय शुक्ला,राकेश मालवीय के नेतृत्व में बस एजेंट किशनदास उदासी, सतीश बारंगे,संतोष बंगाली,विक्की बोबडे ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम हरसिमरन प्रीत कौर को सौपा ज्ञापन में बताया बीते 6 माह से बसों का संचालन बंद होने से बस चालक, परिचालक और एजेंट सहित बस व्यवसाय से जुड़े लोग बेरोजगार होने के चलते कर्ज लेकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। रोजगार ठप होने से अब लिया गया कर्ज देना भी मुश्किल हो गया। इस समस्या के निदान के लिए 15 हजार रूपए प्रति माह प्रति व्यक्ति सहायता दी जाए। कोरोना योद्धा की सूची में नाम जोड़ा जाए। प्रवासी मजदूरों की तरह सुविधा दी जाए। ज्ञापन में बस चालको, परिचालकों और एजेंटों ने चेतावनी दी है कि यदि इन तीनों मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो वह लोग एकजुट होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे।