MP में फिर तेजी से फैल रहा संक्रमण:743 नए केस मिले, इसमें 54 % अकेले इंदौर-भोपाल में; सप्ताहभर में 1100 एक्टिव मरीज भी बढ़े।
एक सप्ताह के आंकड़ों की तुलना करें, तो सप्ताहभर में 316 केस ज्यादा बढ़े हैं। इनमें से 80% इंदौर और भोपाल के केस हैं। इससे संकेत मिलते हैं कि दोनों शहरों में कोरोना की रफ्तार रोकने के लिए सरकार जल्दी ही सख्त कदम उठा सकती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा, जिस तरह प्रदेश में केस बढ़ रहे हैं, इससे साफ है कि वायरस अभी गया नहीं है। सावधानी ही सुरक्षा का उपाय है। मैं नहीं चाहता कि लॉकडाउन फिर से लगे, लेकिन नाइट कर्फ्यू लगाने बाध्य होना पड़ेगा।
एक सप्ताह बाद टेस्टिंग संख्या 1500 बढ़ी
पिछले एक सप्ताह से कोरोना केस लगातार बढ़ते जा रहे थे, लेकिन टेस्टिंग नहीं बढ़ाई गई। आकंड़ों के मुताबिक 7 मार्च से 13 मार्च तक रोजाना करीब 16 हजार टेस्ट किए गए। इसके बाद शनिवार 13 मार्च को यह संख्या बढ़ाकर 17,470 की गई। जानकार मानते हैं कि टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाना चाहिए।
दिसंबर में जब 853 केस थे, तब स्थगित कर दिया था विधानसभा सत्र
दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में कोरोना केस 800 से 850 के बीच में थे, तब विधानसभा का शीतकालीन सत्र (28 से 30 सितंबर के बीच होना था) स्थगित कर दिया था, लेकिन वैसे ही हालात अब बजट सत्र के दौरान बन गई है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सभी विधायक कोरोना का टेस्ट कराएं। विधायकों को अपने साथ स्टाफ से सिर्फ एक कर्मचारी को लाने की अनुमति दी गई है। सभी दीर्घाओं में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
छोटा हो सकता है बजट सत्र
विधानसभा का बजट सत्र की बैठकें सोमवार 15 मार्च से फिर शुरू हो रही हैं, लेकिन जिस तरह से कोरोना केस बढ़ रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि बजट सत्र का स्वरूप छोटा किया जा सकता है। बजट सत्र 26 मार्च तक होना है, लेकिन इसे अगले सप्ताह में ही समाप्त किया जा सकता है।
रैलियों और कार्यक्रमों में भीड़
राजनैतिक कार्यक्रम और सरकारी आयोजनों में भी भीड़ हो रही है, लेकिन अभी तक इन पर रोक नहीं लगाई गई है, जबकि भोपाल और इंदौर में धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में कई बंदिशें लगाई जा चुकी हैं।
Rapidly spreading infection in MP: 743 new cases found, 54% in Indore-Bhopal alone; 1100 active patients also increased during the week.