Strong opposition to Union Agriculture Minister Tomar Tomar reached the flood affected areas, people threw mud on the car.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शनिवार को श्योपुर में बाढ़ग्रस्त
इलाकों में दौरा करने पहुंचे थे। लोगों की शिकायत थी कि उन्हें बाढ़ के पहले सूचना
नहीं दी गई। लोगो का कह्ना था कि जिला प्रशासन ने मुनादी भी नहीं करवाई। अब बाढ़
में उनका सब कुछ तबाह हो गया। गुस्साए लोग केंद्रीय मंत्री की गाड़ी के आगे भी लेट
गए। साथ ही उनका घेराव भी किया। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर कीचड़ भी फेंक दिया।
नरेंद्र सिंह तोमर चंबल क्षेत्र में बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने आए हैं।
दोपहर में वह मुरैना से हेलिकॉप्टर से श्योपुर पहुंचे। यहां दोपहर 2 बजे कार से नुकसान का जायजा
लेने निकले। वह जैसे ही यहां गणेश बाजार में पहुंचे, महिलाएं और पुरुष आक्रोशित हो गए।
विरोध में लोग मंत्री की गाड़ी के आगे लेट गए। उनका घेराव किया। सुरक्षाकर्मियों ने
भी रोकने की कोशिश की। आखिर में तोमर कार से उतरे और लोगों की समस्याएं सुनीं।
समय पर सूचना नहीं देने और
संचार सेवा बंद करने से नाराज थे लोग
लोगों
का कहना था कि जिला प्रशासन ने बाढ़ की सूचना समय रहते नहीं दी। इस वजह से काफी
नुकसान हुआ है। नियमानुसार प्रशासन को मुनादी कराना चाहिए थी। बाढ़ आने के बाद
बिजली काट दी गई। संचार सेवा भी बंद कर दी गई। अचानक आई इतनी बड़ी मुसीबत के लिए वह
तैयार नहीं थे।
मंत्री के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी
आक्रोशित लोगों ने केंद्रीय मंत्री व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
की। इसी दौरान, लोगों ने मंत्री की कार पर कीचड़
फेंक दिया। खरीदी बाजार में एक व्यक्ति उनकी गाड़ी के आगे लेट गया। पुलिस ने उसे
हटाया। जब विरोध शांत नहीं हुआ, तो उन्होंने दूसरी
गाड़ी बुलवाई। गाड़ी से वह कलेक्ट्रेट चले गए। लोगों ने अधिकारियों को भी बाजार में
नहीं घुसने दिया।
श्योपुर में हुई है तबाही
बाढ़ से श्योपुर में भारी तबाही हुई है। यहां लोगों के मकान और
दुकान डूब गए। इससे काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन ने मदद करने के बजाय मनमर्जी की।
उन्हें भोजन-पानी की सुविधा भी नहीं दी गई। इस कारण लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।