जुन्नारदेव में रोजगार सहायक 10 हजार रिश्वत लेते हुए दबोचे गए।
रिपोर्टर - अशोक आरसे
भ्रष्टाचार का गढ़ बना जुन्नारदेव जनपद पंचायत सीईओ, एसडीएम रीडर, उपयंत्री जेई और अब रोजगार सहायक, भ्रष्टाचार पर नहीं लग रही है लगाम भ्रष्टाचारी को आसानी से छोड़ दिया जाता है, भ्रष्टाचारियों के हौसले हो रहे हैं बुलंद सैकड़ों मामले में एक 2 मामले ही हो रहे हैं उजागर, सैकड़ों हजारों लोग हो रहे हैं प्रताड़ित नियम में हो रहे कार्य के लिए भी देनी पड़ रही हैं रिश्वत।
जुन्नारदेव - गौरतलब हो कि जुन्नारदेव भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है, गौर किया जाए तो जुन्नारदेव जपं से जुड़ा यह तीसरा मामला है, दरअसल इससे पहले जपं सीईओ साहू, एक उपयंत्री और अब रोजगार सहायक रिश्वत लेते पकड़ाए है।
हालांकि अन्य विभाग की बात करे तो एसडीएम का रीडर, और एमपीईबी का जेई भी जुन्नारदेव में पदस्थापना के दौरान रिश्वत कांड में फंस चुके है जिससे कहा जा सकता है कि किस तरह से यह भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है।