दुर्गम रास्तों से होकर केरपानी पहुंची माँ ताप्ती सम्पूर्ण परिक्रमा पदयात्रा
मुलताई : मां ताप्ती परिक्रमा पदयात्रा तीसरे दिन ग्राम पांढुर्ना से निकलकर दुर्गम और पहाड़ी रास्तों से होते हुए ग्राम केरपानी पहुंची जहां चमत्कारिक हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम किया यह जानकारी देते हुए राजू पाटणकर ने बताया कि मां ताप्ती की संपूर्ण परिक्रमा यात्रा बहुत ही रोचक और मन को सुकून देने वाली त्याग तपस्या की यात्रा है जिसमें जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण उत्साह पूर्वक भाग ले रहे हैं पांढुर्णा निवासी बीआर वागादरे सर ने बताया कि पांढुर्ना में लगभग एक दर्जन गांव के लोगों ने उपस्थित होकर परिक्रमा पर यात्रा का स्वागत सत्कार किया 2000 से अधिक श्रद्धालुओं ने रात्रि में भोजन प्रसादी ग्रहण की पदयात्री मधु हजारे मानक पवार मुन्ना यादव जलगांव जिला महाराष्ट्र से पधारे सोमनाथ दादा ने बताया कि यह पदयात्रा अविस्मरणीय और बड़ी कौतूहल वाली है मैंने नर्मदा परिक्रमा भी की है परंतु इस यात्रा जैसा आनंद उस यात्रा में नहीं मिला लगभग 10 यात्री इस समय नर्मदा परिक्रमा करने वाले मां ताप्ती की संपूर्ण परिक्रमा कर रहे हैं
श्याम गव्हाड़े सुनील वानखेडे और सुभाष शाबले ने बताया कि सभी पर यात्री मां ताप्ती के जयकारे लगाते हुए उत्साह और उमंग के साथ कदमताल बढ़ाते हुए पर यात्रा को सफल बना रहे हैं लगभग 100 लोगों का कारवां निरंतर आगे बढ़ रहा है पूर्ण पदयात्री बलिराम डोंगरे ने बताया कि आज बुधवार को सुबह 7:15 परिक्रमा यात्रा प्रारंभ हुई जिसका ग्राम रिजोला में भैंसा घाट मैं ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया वही पलाश पानी के ग्रामीणों द्वारा यात्रा की अगवानी डीजे के साथ भैसाघाट में लेकर पलाश पानी ग्राम का भ्रमण कराया और दोपहर भोजन प्रसादी करवाने के उपरांत पूरे ग्राम में परिक्रमा वासियों एवं वजू का भाव विभोर होकर पूजन किया तत्पश्चात पदयात्रा दुर्गम रास्तों से केरपानी के लिए रवाना हुई इस दौरान छोटे-छोटे दानों में भी यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया
केरपानी हनुमान मंदिर में यात्रियों का भव्य स्वागत करने के पश्चात भोजन प्रसादी और विश्राम की व्यवस्था की गई इसी दौरान मुलताई से नीलेश पिता नरेश चंद्र जयसवाल ने यात्रियों को ठंड से बचाव के लिए गर्व टोपे वितरित किए