मुलताई/पट्टन। कोरोना महामारी के चलते जहा पूरा देश इस बीमारी से लड़ रहा है। वहीं आम लोग कोरोना संक्रमित और सदिग्ध से जो व्यवहार कर रहे है, उससे उनका आत्मबल कमजोर हो रहा है।
ऐसा ही एक वाकया मुलताई के पास प्रभात पट्टन निवासी प्रीतम उबनारे के साथ हुआ है। आज वह युवक अपने आप में बहुत ही आत्मग्लानि महसूस कर रहा है।
प्रभात पट्टन मे पिछले दिनों मुंबई से आए पट्टन निवासी एक युवक वापस अपने गांव आया। उसके साथ आठनेर और खेड़ी रामोसी की दो महिला नर्स आयी थी। उन दोनों नर्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से उस युवक का भी सेम्पल जांच के लिए भेजा गया था। मुंबई से आने के बाद से युवक घर और गांव से दूर कालोनी में निर्माणाधीन बुआ के मकान में रह रहा है।
उस युवक की रिपोर्ट आने से पहले ही पूरे जिले में उसके नाम की अफवाह फैला चुकी थी। उसके गांव में उसके घर वालो से भी लोग कहने लगे कि तुम गांव छोड़ के चले जाओ, हमारे आस पास मत रहो। जिस कारण पूरा परिवार मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहा था।
कल जब उस युवक की रिपोर्ट नेगेटिव आई तब कहीं उस युवक ओर उसके घार वालो ने राहत की सांस ली। लेकिन अभी भी युवक और उसका परिवार लोगो के घृणित व्यवहार के लिए बहुत ही पीड़ित महसूस कर रहा है।
हम आप सभी से एक ही बात कहना चाहते है कि हमे बीमारी से लड़ना है बीमार से नही। इस तरह का घृणित व्यवहार कतई उचित नही है, ऐसा न करे।
That is right. Hme bimar se nhi bimari se ladna h or hm bhi ek health care provider h or hm nhi to kya gao ka chaprasi infected honga kya. Logo ko educate hone ki jarurat h . So plz be aware .
ReplyDeleteHme bhi insan h agar ek nursing officer care karna band kr de na to jitne corona recovery numbers h vo death numbers me badal jayengi ok so plz hme bhi insan samjho hm din raat ek patient ki care baccho ki tarh karte h or insan samjhate h hm apne ma papa se dur rhkar in logo ki care karte h or aaj hme yaisi najaro se dekha jata h jaise hm insan nhi janwar h so plz hme bhi samjhe I am a nurse officer not a gao ka kotwal or sachiv ok behave like human
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